फैलोपियन ट्यूब्स क्लींज

फैलोपियन ट्यूब्स (Fallopian Tubes) – एक परिचय

फैलोपियन या यूटेरिन ट्यूब्स अंग्रेज़ी अक्षर ‘J’ या ‘2’ के आकार की दो नलिकाएं होती हैं, जो यूटेरस के दोनों तरफ ओवरी तक फैली होती हैं। ये फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और गर्भधारण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन्हीं ट्यूब्स में स्पर्म और एग मिलकर फर्टिलाइजेशन करते हैं।

संरचना:

प्रत्येक फैलोपियन ट्यूब लगभग 10–12 इंच (40 सेमी) लंबी और 1 सेमी व्यास की होती है। इसके तीन प्रमुख हिस्से होते हैं:

✔ इस्थमस – यूटेरस से जुड़ा हिस्सा
✔ एम्पुला – बीच का फैला हुआ हिस्सा, जहाँ आमतौर पर फर्टिलाइजेशन होता है
✔ इन्फंडिबुलम – ओवरी की ओर खुलने वाला अंतिम हिस्सा, जिसकी उंगली जैसी संरचनाएं (फिम्ब्री) एग को पकड़ने में मदद करती हैं।

फैलोपियन ट्यूब का कार्य

ओवरी से निकले एग को यूटेरस तक पहुंचाना फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया को सम्पन्न करना निषेचित एग को यूटेरस में इम्प्लांटेशन के लिए भेजना

*फैलोपियन ट्यूब की बीमारियाँ*

फैलोपियन ट्यूब्स में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जो निसंतानता का कारण बनती हैं। प्रमुख बीमारियाँ:
  • ✔ ट्यूब ब्लॉकेज
  • ✔ पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज
  • ✔ एंडोमेट्रियोसिस
  • ✔ स्कार टिश्यू (चोट के बाद)
  • ✔ जन्मजात दोष
  • ✔ एक्टोपिक प्रेग्नेंसी
  • ✔ नसबंदी के प्रभाव
  • ✔ अन्य सर्जरी से क्षति

*फैलोपियन ट्यूब में समस्या के लक्षण*

  • ✔ पीरियड्स का अनियमित या रुक जाना
  • ✔ बार-बार गर्भपात
  • ✔ जननांग क्षेत्र में दर्द या भारीपन
  • ✔ सेक्स के दौरान दर्द
  • ✔ मुँहासे, रूखी त्वचा
  • ✔ हार्मोन असंतुलन के लक्षण
  • ✔ निप्पलों से दूध जैसा स्त्राव
  • ✔ बांझपन की स्थिति

फैलोपियन ट्यूब क्लींज क्यों ज़रूरी है?

यह थेरेपी न केवल ट्यूब्स को साफ करती है बल्कि पूरे रिप्रोडक्टिव सिस्टम को हेल्दी बनाती है।
  • ✔ सूजन कम होती है|
  • ✔ ब्लॉकेज धीरे-धीरे खुलता है|
  • ✔ रक्त प्रवाह बढ़ता है|
  • ✔ टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं|
  • ✔ गर्भधारण की संभावना बढ़ती है|

Fallopian Tube Cleansing कैसे करें?

सेल्फ-फर्टिलिटी मसाज (Self-Fertility Massage) : पेट के निचले हिस्से में उंगलियों से हल्का-गहरा दबाव देते हुए गोलाकार मसाज करें। बादाम तेल या ऑलिव ऑयल का प्रयोग करें। हर दिन 2–3 बार, 45 मिनट करें।

ओवरी मसाज : पीठ के बल लेटकर, नाभि से 4 इंच नीचे दाईं-बाईं ओर हल्का दबाव बनाएं। मालिश के दौरान गहरी सांस लेकर रिलैक्स करें।

सावधानियाँ : मसाज प्रेगनेंसी या पीरियड्स के दौरान न करें। मूत्राशय खाली रखें। यदि दर्द या असहजता हो तो मसाज रोक दें।

Fallopian Tube Cleansing कौन न करें?

✔ गर्भवती महिलाएं
✔ पीरियड्स के दौरान
✔ हाल में सर्जरी कराई हो
✔ भारी संक्रमण या तीव्र दर्द हो
✔ डॉक्टर की स्पष्ट मना हो
✔ वे महिलाएं जो हाल फिलहाल कंसीव करने की इच्छुक नहीं हैं।

सावधान रहें! सही मार्गदर्शन ज़रूरी है!

👉 ब्लॉकेज से कैसे फर्क पड़ता है?

ब्लॉकेज से एग यूटेरस तक नहीं पहुंचता, जिससे गर्भधारण असंभव हो जाता है।

👉 एक ट्यूब हो तो क्या गर्भधारण हो सकता है?
हाँ, यदि वह ट्यूब स्वस्थ है तो गर्भधारण संभव है।
👉 क्या क्षतिग्रस्त फिम्ब्री/सिलिया ठीक हो सकते हैं?
नहीं, लेकिन क्लींजिंग से उनका असर कम हो सकता है और शरीर की हीलिंग क्षमता बेहतर होती है।
👉 कैसे जानें कि ट्यूब्स अब स्वस्थ हैं?
यदि आप नेचुरली कंसीव कर पाएं, तो यह इसका सबसे अच्छा प्रमाण है।
👉 क्या हर्बल टैम्पोन्स सुरक्षित हैं?
नहीं। इनमें इन्फेक्शन का खतरा अधिक होता है। जड़ी-बूटियों को पाउडर या टैबलेट के रूप में लेना बेहतर है।

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