किडनी क्या है?

किडनी शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, जो खून को फिल्टर कर टॉक्सिन्स और अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकालता है। यह शरीर में तरल संतुलन, ब्लड प्रेशर नियंत्रण और रक्त निर्माण में भी मदद करता है।

किडनी की बीमारियां

किडनी सही तरह से काम न करे तो कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं:

✔ किडनी स्टोन (Kidney Stone)
✔ क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD)
✔ किडनी फेल्योर (Kidney Failure)
✔ नेफ्राइटिस (Nephritis)
✔ पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (PKD)
✔ यूटीआई (Urinary Tract Infection)
✔ हाई ब्लड प्रेशर से किडनी डैमेज
✔ डायबिटिक नेफ्रोपैथी

किडनी में समस्या के लक्षण :

✔ कमर और पीठ में दर्द
✔ पेशाब में झाग या खून आना
✔ बार-बार यूरिन आना या रुक-रुक कर आना
✔ हाथ-पैर में सूजन या चेहरे पर पफीनेस
✔ हाई ब्लड प्रेशर और थकान महसूस होना

किडनी क्लींजिंग क्यों जरूरी है?

शरीर में टॉक्सिन्स और अपशिष्ट पदार्थ जमा होने से किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे इसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है। गलत खानपान, हाई BP, डायबिटीज और प्रदूषित पानी के कारण किडनी धीरे-धीरे कमजोर हो सकती है। किडनी क्लींजिंग करने से यह शुद्ध होती है, फिल्ट्रेशन बेहतर होता है, यूरिन सिस्टम मजबूत होता है और शरीर से अतिरिक्त सोडियम व टॉक्सिन्स आसानी से बाहर निकलते हैं।

किडनी क्लींजिंग कैसे करें?

किडनी को साफ और स्वस्थ रखने के लिए इनका सेवन करें:

✔ कॉर्न सिल्क (भुट्टे के बाल) का काढ़ा
✔ धनिया या पार्सली का काढ़ा
✔ तरबूज के बीज का काढ़ा
✔ ज्यादा पानी और नारियल पानी पिएं
✔ अलसी का पानी और नींबू का रस लें

किडनी क्लींजिंग किन्हें नहीं करनी चाहिए?

✔ गर्भवती महिलाएं (डॉक्टर से सलाह लेकर करें)
✔ किडनी फेल्योर के अंतिम चरण के मरीज
✔ अत्यधिक लो BP या हृदय रोगी
✔ जिनका डायलिसिस चल रहा हो

सावधान रहें! सही मार्गदर्शन ज़रूरी है!

👉 क्या किडनी क्लींज के लिए सभी चीजों को एक साथ लेना जरूरी है?

नहीं, इनमें से किसी एक चीज का काढ़ा पिएं, और समय-समय पर बदलाव कर सकते हैं।

👉 क्या फंगस लगे कॉर्न सिल्क को इस्तेमाल किया जा सकता है?

फंगस लगे कॉर्न सिल्क को धूप में सुखाने के बाद प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन काला पड़ चुका हो तो न लें।

👉 क्या खरबूजे के बीज किडनी क्लींज के लिए उपयुक्त हैं?

नहीं, केवल तरबूज के छिलके वाले बीज ही लाभकारी होते हैं।

👉 क्या किडनी क्लींजिंग के दौरान डाइट सामान्य रख सकते हैं?

हां, लेकिन तला-भुना, अधिक नमक और प्रोसेस्ड फूड से बचें।

👉 किडनी क्लींज के लिए सबसे अच्छा समय क्या है?

खाली पेट सुबह या रात में सोने से पहले (रात 2-4 बजे किडनी सबसे सक्रिय होती है)

👉 किडनी क्लींज के दौरान माहवारी में बदलाव क्यों होता है?

टॉक्सिन्स निकलने से हार्मोन बैलेंस सुधरता है, जिससे ब्लीडिंग में बदलाव हो सकता है।

👉 क्या गर्भवती महिलाएं किडनी क्लींज कर सकती हैं?

हां, लेकिन डॉक्टर से सलाह लेकर ही करें।

👉 क्या काढ़ा फ्रिज में रख सकते हैं?

हां, लेकिन 2 दिन से अधिक नहीं।

👉 क्या काढ़े को गर्म करके पी सकते हैं?

हां, इससे औषधीय गुण कम नहीं होते।

👉 क्लींजिंग के बाद लक्षण फिर से क्यों आने लगते हैं?

शरीर में टॉक्सिन्स दोबारा जमा हो सकते हैं, इसलिए समय-समय पर क्लींजिंग करें।

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