Liver क्या है?

लिवर शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग है, जो पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में स्थित होता है। इसका मुख्य कार्य शरीर की केमिकल प्रक्रियाओं को संचालित करना और हानिकारक तत्वों को बाहर निकालना है।

लिवर के कार्य

✔ पित्त (Bile) का निर्माण करता है|
✔ भोजन का संश्लेषण करता है|
✔ विषैले पदार्थों का निष्कासन करता है|
✔ ग्लूकोज को ग्लाइकोजन में बदलता है|
✔ अमीनो एसिड्स से प्रोटीन बनाता है|
✔ औषधियों के अवशेष को बाहर निकालता है|

गॉल ब्लैडर क्या है?

गॉल ब्लैडर के कार्य

✔ पित्त को संचित करना
✔ पाचन के समय पित्त को आँत में भेजना
✔ चर्बी के पाचन में सहायता करना
✔ बड़ी आँत के लिए लैक्जेटिव का काम करना
✔ औषधियों के अवशेष को बाहर निकालता है|

Liver तथा पित्ताशय की बीमारियां

✔ फैटी लिवर
✔ गॉल स्टोन (पित्त-पथरी)
✔ लिवर सिरोसिस
✔ हेपेटाइटिस
✔ जॉन्डिस (पीलिया)
✔ हाइपरएसिडिटी
✔ लिवर कैंसर
✔ कोलेसिस्टाइटिस
✔ ऑब्स्ट्रक्टिव जॉन्डिस
✔ लिवर फाइब्रोसिस

Liver/गॉल ब्लैडर की गड़बड़ी के लक्षण

✔ पाचन में समस्या
✔ गैस व मरोड़
✔ पीठ/कंधे में दर्द
✔ आंखों का पीलापन
✔ पेट में सूजन या भारीपन
✔ थकावट
✔ बदहजमी
✔ त्वचा में खुजली या एलर्जी
✔ मुंह का स्वाद खराब रहना

लिवर क्लींजिंग क्यों जरूरी है?

लिवर की नलिकाओं में समय के साथ टॉक्सिन्स, स्टोन्स व चर्बी जमा हो जाती है, जिससे पाचन, एलर्जी, थकावट व कोलेस्टेरॉल जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। लिवर क्लींजिंग इन अवरोधों को हटाकर लिवर की कार्यक्षमता को पुनः सक्रिय करती है।

लाभ:

✔ पाचन में सुधार
✔ एलर्जी में राहत
✔ हार्ट अटैक का खतरा कम
✔ शरीर में ऊर्जा व ताजगी का अनुभव
✔ वजन व कोलेस्टेरॉल में कमी

लिवर क्लींजिंग कैसे करें?

एक निर्धारित प्रक्रिया है जिसमें एप्सम सॉल्ट, ऑलिव ऑयल व साइट्रस जूस का सेवन क्रमबद्ध समय में किया जाता है। यह प्रक्रिया 18 घंटे की होती है और घर पर ही की जा सकती है।

✔ किसको लिवर क्लींजिंग नहीं करनी चाहिए
✔ गंभीर लिवर सिरोसिस के मरीज
✔ गर्भावस्था के अंतिम महीनों की महिलाएं
✔ स्तनपान की शुरुआत में महिलाएं
✔ कैंसर/डायलिसिस के गंभीर मरीज
✔ 5 साल से अधिक समय से डायबिटीज के मरीज (सावधानीपूर्वक करें)
✔ हाल ही में सर्जरी कराए व्यक्ति

सावधान रहें! सही मार्गदर्शन ज़रूरी है!

👉 क्या बच्चों को लिवर क्लींज करवाना सुरक्षित है?

हां, 10 वर्ष से ऊपर के बच्चे इसे बड़ों की देखरेख में कर सकते हैं।

👉 क्या यह प्रक्रिया दर्दनाक होती है?

नहीं, एप्सम सॉल्ट बाइल डक्ट को इतना फैला देता है कि स्टोन्स आसानी से बाहर आ जाते हैं।

👉 क्या एलर्जी या अस्थमा में लाभ होता है?

हां, एलर्जी की गंभीरता 40-80% तक कम हो सकती है।

👉 क्या डायबिटीज में भी इसे किया जा सकता है?

हां, लेकिन यदि बीमारी पुरानी है तो आधा डोज लें।

👉 क्या गॉल ब्लैडर निकाले जाने के बाद भी क्लींज करना चाहिए?

हां, लिवर की सफाई के लिए क्लींज आवश्यक है।

👉 कितनी बार लिवर क्लींज करना चाहिए?

जब तक सभी स्टोन्स बाहर न आ जाएं, हर 15 दिन में करें। बाद में हर 6 महीने में एक बार पर्याप्त है।

👉 क्या लिवर क्लींज से वजन कम होता है?

हां, कोलेस्टेरॉल व विषैले पदार्थों के बाहर निकलने से 1-2 किलो वजन कम हो सकता है।

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🌐 thetempleofhealing.org

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