थायरॉइड क्या है?

थायरॉइड एक तितली आकार की एंडोक्राइन ग्रंथि है, जो गले में स्थित होती है और शरीर की ऊर्जा, मेटाबॉलिज्म, मूड व तापमान को नियंत्रित करने वाले हार्मोन्स (T3, T4) बनाती है।

*थायरॉइड की बीमारियां*

थायरॉइड की प्रमुख बीमारियों में शामिल हैं:

✔ हाइपोथायरॉइडिज्म (थायरॉइड कम होना)
✔ हाइपरथायरॉइडिज्म (थायरॉइड अधिक होना)
✔ ग्रेव्स डिजीज
✔ हाशिमोटो थायरॉइडाइटिस
✔ थायरॉइड कैंसर
✔ ग्वाइटर (घेघा)
✔ सबएक्यूट थायरॉइडाइटिस

थायरॉइड में समस्या के लक्षण :

✔ बाल झड़ना
✔ कब्ज, थकान व डिप्रेशन
✔ वजन में असामान्य बदलाव
✔ पीरियड्स में गड़बड़ी
✔ हार्टबीट या ब्लड प्रेशर का असंतुलन

थायरॉइड क्लींज क्यों जरूरी है?

थायरॉइड की कार्यप्रणाली शरीर के संपूर्ण सिस्टम पर असर डालती है। यदि यह ग्रंथि सुचारु नहीं है, तो मेटाबॉलिज्म, हार्मोन बैलेंस, मानसिक स्वास्थ्य सभी प्रभावित होते हैं। थायरॉइड क्लींज से शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलते हैं, पाचन क्रिया बेहतर होती है और थायरॉइड ग्रंथि को पुनः सक्रिय किया जा सकता है। यह अवटु ग्रंथि के पुनर्संतुलन हेतु एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है।

थायरॉइड क्लींज कैसे करें?

✔ सबसे पहले लिवर और किडनी क्लींज करें।
✔ फिर प्रतिदिन थायरॉइड जूस लें:

*थायरॉइड जूस बनाने की विधि*

✔ मीडियम साइज खीरा
✔ गाजरें डंठल सहित
✔ सेलेरी के डंठल पत्तियों सहित (सेलेरी न मिले तो हरी धनिया ले लें)
✔ कप नारियल पानी (नारियल पानी न मिले तो सादा पानी)
✔ नींबू और 1 इंच अदरक का टुकड़ा
✔ इंच अदरक का टुकड़ा इन सबका एक साथ जूस निकाल लें और सुबह खाली पेट पियें।
✔ रात को एक टेबल चम्मच अश्वगंधा पाउडर के साथ गुनगुना दूध/पानी लें।
✔ वेजिटेरियन सेवन करें : देसी घी, एवोकैडो नॉन वेजिटेरियन सेवन करें: लीन मीट, मछली इसके अलावा सलाद पर ड्रेसिंग के रूप में *एक्स्ट्रा वर्जिन कोल्ड प्रेस्ड नारियल तेल* का इस्तेमाल करें।
✔ उज्जयी, कपालभाति, अनुलोम विलोम, भस्त्रिका जैसे प्राणायाम (20 मिनट)। साथ-साथ गर्दन की भी एक्सरसाइज करें।
✔ कम से कम एक महीने तक इस थायरॉइड क्लींजिंग प्रोग्राम का पालन करें। आपको फायदा निरंतर मिलेगा। संभवतः 5, 6 माह में आपकी थायराइड ठीक होकर दवा छूट जाएगी।

सावधान रहें! सही मार्गदर्शन ज़रूरी है!

👉 क्या थायरॉइड की समस्या महिलाओं में अधिक होती है?
हां, महिलाओं में हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण यह अधिक आम है।
👉 ग्वाइटर क्या है?
यह थायरॉइड ग्रंथि के असामान्य रूप से बढ़ जाने की स्थिति है।
👉 क्या हाइपोथायरॉइडिज्म बच्चों के लिए खतरनाक है?
हां, इससे मानसिक व शारीरिक विकास रुक सकता है।
👉 क्या थायरॉइड प्रॉब्लम का पता ब्लड टेस्ट से चलता है?
बिल्कुल, TSH, T3, T4 टेस्ट से स्पष्टता मिलती है।
👉 क्या थायरॉइड क्लींज से वज़न कंट्रोल और ऊर्जा में सुधार होता है?
हां, नियमित क्लींज से पाचन, ऊर्जा, त्वचा और मूड में सुधार होता है।

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